ऑप्शन ट्रेडिंग में इंडिकेटर का महत्व किसी भी ट्रेडर के लिए काफी अहम होता है । इंडिकेटर ट्रेडर के द्वारा लिए गए ट्रेड को सही साबित करने में काफी अहम भूमिका निभाते हैं । ऐसे में हमें कैसे पता चलेगा कि कौन सा इंडिकेटर ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा है? हम आपके इसी सवाल का जवाब अपने इस ब्लॉग 5 Best Indicators for Option Trading in Hindi/ऑप्शन ट्रेडिंग के 5 सबसे अच्छे इंडिकेटर में देंगे ।
ऑप्शन ट्रेडिंग में इंडिकेटर का महत्व क्यों अधिक होता है ?
ज्यादातर ऑप्शन ट्रेडर्स प्राइस एक्शन यानी चार्ट्स देखकर ही अपना ट्रेड लेते हैं, किंतु कभी-कभी ऑप्शन ट्रेडर्स का View यानी मार्केट की दिशा को तय करने में असमर्थ होते हैं, यहीं पर इंडिकेटर सभी ऑप्शन ट्रेडर्स के लिए काफी मददगार साबित होते हैं और उन्हें एक सही दिशा में ट्रेड लेने की सहूलियत भी देता हैं ।
5 Best Indicators for Option Trading in Hindi
1) Super Trend Indicator
सुपर ट्रेड इंडिकेटर एक ऐसा इंडिकेटर है जो मार्केट के ट्रेंड को दर्शाता है की मार्केट डाउन ट्रेंड में है या अप ट्रेंड में । स्टॉक मार्केट में अपने ट्रेडर्स से यह जरूर सुना होगा कि ट्रेंड के साथ चलो, ट्रेंड को फॉलो करो, ट्रेंड के विरुद्ध मत जाओ । हमारा सुपर ट्रेंड इंडिकेटर हमें मार्केट का ट्रेंड ही बताता है, यह हमें बताता है की मार्केट डाउन ट्रेंड में है, या अप ट्रेंड में है, या मार्केट साइडवेज है ।
आप इस चित्र में दिखाए गए सुपर ट्रेंड इंडिकेटर को साफ-साफ देख सकते हैं जहां पर मार्केट ने लाल रंग का निशान दिखाई है वहां से मार्केट टूटा है, और जहां से सुपर ट्रेन ने हरे रंग का निशान दिखाया है वहां से मार्केट ऊपर जाना शुरू हुआ है ।
2) Moving Average Convergence/Divergence Indicator (MACD)
MACD इंडिकेटर में दो प्रकार की लाइन होती है, एक ब्लू लाइन और दूसरा रेड लाइन । जब ब्लू लाइन नीचे से रेड लाइन को क्रॉस करते हुए ऊपर जाती है, तो यह इंडिकेटर हमें यह बताना चाहती है की मार्केट में कॉल बाय करने का समय आ चुका है, और वही जब ब्लू लाइन है ऊपर से नीचे की ओर रेड लाइन को काटती है तो यह इंडिकेटर हमें यह बताना चाहती है कि अब मार्केट में गिरावट आ सकती है और हमें पुट बाय कर लेना चाहिए ।
जैसा कि आप इस चित्र में साफ-साफ देख सकते हैं कि जब ब्लू लाइन ने नीचे से रेड लाइन को कट करके ऊपर गया तो मार्केट में तेजी आ गई, और जब ब्लू लाइन ऊपर से रेड लाइन को काटते हुए नीचे आई तो मार्केट में गिरावट आ गई ।
3 ) VWAP Indicator
VWAP का फुल फॉर्म होता है “वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस” । फुल फॉर्म से यह साफ हो जाता है कि यह इंडिकेटर वॉल्यूम और औसत प्राइस के आधार पर काम करती है । VWAP के अनुसार “अगर मार्केट इस VWAP के ऊपर है और दूर है तो आप बाय करने की बजाय सेल करने के बारे में सोचेंगे और अगर मार्केट VWAP से नीचे है और काफी दूर है तो आपको सेल करने के बजाय बाय करने के बारे में सोचना चाहिए” । और इसके अलावा यदि मार्केट की VWAP के आसपास ही घूम रही है तो इसका मतलब यह है की मार्केट Sideways है ।
इसके अलावा इस इंडिकेटर का एक और महत्वपूर्ण जानकारी यह है कि जब मार्केट VWAP इंडिकेटेड को ऊपर से नीचे क्रॉस करती है तो आपको उसे समय सेल करना पड़ता है, और जब मार्केट नीचे से भी VWAP को ऊपर की ओर क्रॉस करती है, तब आपको बाय करना पड़ता है । आप इस चित्र में देखकर हमारी इस बात को आसानी से समझ सकते हैं ।
Read Also — What is Intraday Trading in Hindi with Example/ इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या लाभ है?
4) Average Directional Movement Index (ADX)
ADX का फुल फॉर्म “एवरेज डायरेक्शनल मूवमेंट इंडेक्स” होता है । एक्स का मुख्ता कम ट्रेडर्स को यह बताना है, कि किसी ट्रेंड में कितनी ताकत है, अगर ट्रेंड का ADX 25 से ऊपर का है या न्यूनतम 25 है तो उसे ट्रेंड में थोड़ी बहुत ताकत है जो मार्केट को ऊपर की ओर लेकर जा सकती है । अगर ADX 30 40 या 50 के ऊपर है तो वह मार्केट कोई भी ट्रेन ज्यादा देर तक बरकरार रह पाता है ।
जैसा कि आप इस चित्र में देख सकते हैं कि ADX इंडिकेटर हमें यह बता रहा है कि इस ट्रेंड की ताकत 33.19 है ।
5) RSI Divergence Indicator
ट्रेडर भिन्न-भिन्न प्रकारों से RSI इंडिकेटर को उपयोग में लाते हैं, किंतु इसका सबसे अच्छा उपयोग डायर्वजन के रूप में किया जाता है । डायर्वजन का आसान भाषा में मतलब यह होता है कि जब कोई स्टॉक लोअर को बनता है, किंतु हमारा RSI इंडिकेटर किसी भी प्रकार का डाउन ट्रेंड शो नहीं करता है तो वह एक प्रकार का डायवर्सन होता है । इस प्रकार से जब स्टॉक हायर हाई बनाकर ऊपर जाता है किंतु हमारा RSI डायवर्सन इंडिकेटर में किसी भी प्रकार का हायर हाई नहीं दिखता है तो वह एक प्रकार का डायवर्सन होता है ।
जैसा कि आप इस चित्र में देखकर समझ सकते हैं । अगर RSI इंडिकेटर डायवर्जन दिखा रहा है, तो इसका मतलब कि उसे स्टॉक में रिवर्सल आ सकता है । अगर प्राइस नीचे जा रहा है तो ऊपर जा सकता है और अगर ऊपर जा रहा है तो नीचे आ सकता है ।
निष्कर्ष
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा बताया गया 5 Best Indicators for Option Trading in Hindi/ऑप्शन ट्रेडिंग के 5 सबसे अच्छे इंडिकेटर आपके लिए अवश्य ही महत्वपूर्ण साबित हुआ होगा । आप इस इंडिकेटर के बारे में और भी जानकारियां जुटा सकते हैं, जिससे आपको लाइव मार्केट के दौरान ट्रेड करने में आसानी मिलेगी । अगर आपको हमारा यह ब्लॉक पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी अवश्य शेयर कीजिएगा ।